* चैत्र कृष्ण पक्ष की यम द्वितीया पर है भगवान चित्रगुप्त की पूजा का प्रचलन, पढ़ें पौराणिक कथा
हिंदू धर्म में भगवान चित्रगुप्त को लेखा, न्याय और धर्म के देवता के रूप में पूजा जाता है। वह भगवान ब्रह्मा के कमंडल से उत्पन्न हुए थे और उनका कार्य आत्माओं के कर्मों का लेखा रखना है। चित्रगुप्त जी की विशेषताएं: 1. लेखा और न्याय के देवता 2. भगवान ब्रह्मा के कमंडल से उत्पन्न 3. आत्माओं के कर्मों का लेखा रखने वाले 4. सच्चाई और बुद्धिमत्ता के दाता चित्रगुप्त जी की पूजा करने से व्यक्ति को: 1. न्याय और सच्चाई की राह पर चलने की शक्ति 2. लेखा और वित्तीय मामलों में सफलता 3. बुद्धिमत्ता और ज्ञान की वृद्धि 4. आत्मिक शांति और सुख चित्रगुप्त जी के लिए मंत्र: "ॐ चित्रगुप्ताय नमः" "ॐ चित्रगुप्ताय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो चित्रगुप्तः प्रचोदयात्" भगवान चित्रगुप्त के जन्म की रोचक कथा, पढ़कर हो जाएंगे हैरान! * चैत्र कृष्ण पक्ष की यम द्वितीया पर है भगवान चित्रगुप्त की पूजा का प्रचलन, पढ़ें पौराणिक कथा मंत्री श्री धर्मराजस्य चित्रगुप्त: शुभंकर:। पायान्मां सर्वपापेभ्य: शरणागत वत्सल:।। एक बार युधिष्ठिरजी भीष्मजी से बोले- हे पितामह! आपकी कृपा से मैंने धर्मशास्त्र सुने, परंतु यम द...