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Showing posts from August, 2025

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को भारत में मनाया जाता है। यह दिन 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुए दुखद घटनाओं, हिंसा, विस्थापन और बलिदानों को याद करने के लिए समर्पित है। इसकी शुरुआत 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी, ताकि उस त्रासदी से सीख लेकर सामाजिक सद्भाव, एकता और मानवीय मूल्यों को मजबूत किया जाए।

 विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को भारत में मनाया जाता है। यह दिन 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुए दुखद घटनाओं, हिंसा, विस्थापन और बलिदानों को याद करने के लिए समर्पित है। इसकी शुरुआत 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी, ताकि उस त्रासदी से सीख लेकर सामाजिक सद्भाव, एकता और मानवीय मूल्यों को मजबूत किया जाए।   प्रमुख बिंदु: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: 1947 में ब्रिटिश भारत का विभाजन दो स्वतंत्र देशों—भारत और पाकिस्तान—में हुआ। यह माउंटबेटन योजना और भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 के तहत हुआ। विभाजन ने इतिहास के सबसे बड़े अनियोजित प्रवास को जन्म दिया, जिसमें लगभग 1.5-2 करोड़ लोग विस्थापित हुए और 10-20 लाख लोग सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए। उद्देश्य: इस दिवस का उद्देश्य पीड़ितों को श्रद्धांजलि देना, नई पीढ़ी को इतिहास के इस दुखद अध्याय से अवगत कराना, सांप्रदायिकता के खतरों से आगाह करना और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। घटनाएँ: इस दिन प्रदर्शनियाँ, सेमिनार, और डिजिटल अभियान आयोजित किए जाते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में विभाजन से जुड़ी कहानियाँ, तस...

स्वतंत्रता दिवस - 2025 पर गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन!

 स्वतंत्रता दिवस - 2025 पर गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन!  देश की राजधानी दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री - मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायत राज, प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने “भारत खिलता कमल: कामधेनु पहल” विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया!  गौशाला प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए महर्षि वशिष्ठ गौशाला प्रबंधन एवं अनुसंधान परिषद् द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गौशाला प्रबंधन की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करना था।  इस भव्य सम्मेलन में देश-भर से आए विशेषज्ञों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों, जन-प्रतिनिधियों तथा गौ-सेवा के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्‍न संगठनों के प्रतिनिधियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ अपनी भागीदारी दर्ज़ करवाई। माननीय मंत्री महोदय, प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने बछिया के जन्म को सुनिश्चित करने के लिए आई.वी.एफ़. तकनीकों पर तत्काल ध्यान देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्...

9 अगस्त 1942 को भारत में भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement) की शुरुआत हुई थी, जिसे अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था।

9 अगस्त 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे Quit India Movement के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। इसे 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बंबई सत्र में शुरू किया गया। इस आंदोलन का मुख्य नारा था "करो या मरो" (Do or Die), जिसे गांधीजी ने दिया था।                     प्रमुख बिंदु: पृष्ठभूमि : द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार ने भारत को बिना सहमति के युद्ध में शामिल किया, जिससे भारतीयों में असंतोष बढ़ा। क्रिप्स मिशन (1942) की विफलता, जिसमें ब्रिटिश सरकार ने भारत को पूर्ण स्वतंत्रता देने से इनकार किया, ने आंदोलन को और प्रेरित किया। भारतीय नेताओं को लग रहा था कि ब्रिटिश शासन अब कमजोर हो चुका है और यह स्वतंत्रता के लिए निर्णायक लड़ाई का समय है। आंदोलन का प्रारंभ: 8 अगस्त 1942 को मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान (अब अगस्त क्रांति मैदान) में गांधीजी ने ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने "करो या मरो" का आह्वान किया। अगले दिन, 9 अगस्त 1942 को, ब्रिटिश सरकार ने ...

RTI की सूचना नहीं देने वाले डिफाल्टर अधिकारियों की पहचान सार्वजनिक, अब इस तरीके से वसूली जाएगी जुर्माना राशि

 RTI की सूचना नहीं देने वाले डिफाल्टर अधिकारियों की पहचान सार्वजनिक, अब इस तरीके से वसूली जाएगी जुर्माना राशि  चंडीगढ़ : लोकायुक्त जस्टिस हरिपाल वर्मा ने RTI (सूचना का अधिकार) एक्ट के तहत सूचना नहीं देने पर लगने वाले जुर्माना राशि को लंबित रखने वाले अधिकारियों पर सख्त नजर आ रहे हैं। लोकायुक्त ने मुख्य सूचना आयुक्त टीवीएसएन प्रसाद से डिफाल्टर सूचना अधिकारियों से जुर्माना राशि वसूली के लिए सुझाव आमंत्रित किए हैं।  RTI एक्टीविस्ट पीपी कपूर की याचिका पर सुनवाई के दौरान राज्य सूचना आयोग के अधिकारियों ने लोकायुक्त को सूचित किया कि जुर्माना राशि जमा न कराने वाले सभी 1953 डिफाल्टर पर 1,71,83,833 रुपये बकाया है। इसके बाद जन सूचना अधिकारियों की सूची राज्य सूचना आयोग की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है ताकि सीधे ही इनके वेतन से ही जुर्माना राशि की कटौती की जा सके। डिफाल्टर जन सूचना अधिकारियों के वेतन से बकाया जुर्माना राशि जल्द से जल्द वसूली के लिए सरकार ने सभी विभागों को कड़े आदेश दिए हैं और हर माह सभी विभागों को वसूली जुर्माना राशि की मासिक रिपोर्ट सूचना आयोग को भी देनी होगी। लोकायुक...

इस रक्षाबँधन मुँह मीठा करें मक्खन लाल की मिठाई के संग!

*इस रक्षाबँधन मुँह मीठा करें मक्खन लाल की मिठाई के संग!* *इस रक्षाबँधन मुँह मीठा करें मक्खन लाल की मिठाई के संग!* *श्रीनाथ दीक्षित, वरिष्ठ संवाददाता, दिल्ली* मीठा चखने वालों को तो चाहिए बस एक मौक़ा, जब वो अपनी पसंद की मिठाई चख सकें! फिर चाहे वो आम नागरिक हों या फिर सेलिब्रिटी ही क्यों ना हों! सभी को चाहिए कुछ ऐसी मिठाई, जो उन्हें स्वाद के चटकारे दिला दे! लेकिन, स्वाद के साथ-साथ अगर सेहतमंद व्यंजन मिल जाए; तो, बात ही कुछ और हो जाती है!  इसी परंपरा को निभाती आ रही है पुरानी दिल्ली के खारी बावली बाजार में स्थित “मक्खन लाल स्वीट्स” के नाम से प्रसिद्ध यह छोटी-सी दुकान! यहाँ पर मिलने वाला शुद्ध देसी घी से तैयार सुप्रसिद्ध मालपुआ ना केवल आम नागरिकों में ही; बल्कि, सेलेब्स के बीच भी अपनी एक अलग पहचान बना चुका है।  फिर चाहे वो बॉलीवुड की जानी-मानी फ़ैशन डिज़ाइनर - वारिजा बजाज हों या फिर विश्व के जाने-माने ब्रिटिश शेफ़ - जैमी ओलिवर हों; सभी मक्खन लाल के स्वादिष्ट मालपुए के दीवाने हैं और किसी-ना-किसी बहाने से यहाँ मिलने वाले हर-दिल अज़ीज़ देसी घी के मालपुए और आटे के लड्डू खाने ज़रूर आ जा...