स्वतंत्रता दिवस - 2025 पर गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन!
देश की राजधानी दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री - मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायत राज, प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने “भारत खिलता कमल: कामधेनु पहल” विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया!
गौशाला प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए महर्षि वशिष्ठ गौशाला प्रबंधन एवं अनुसंधान परिषद् द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गौशाला प्रबंधन की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करना था।
इस भव्य सम्मेलन में देश-भर से आए विशेषज्ञों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों, जन-प्रतिनिधियों तथा गौ-सेवा के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ अपनी भागीदारी दर्ज़ करवाई।
माननीय मंत्री महोदय, प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने बछिया के जन्म को सुनिश्चित करने के लिए आई.वी.एफ़. तकनीकों पर तत्काल ध्यान देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्तियों को नई गौशालाओं की स्थापना करने हेतु आगे आने के लिए प्रेरित किया ताक़ि, वे अपनी बचत के हित से उनका सुचारु प्रबंधन कर सकें।
माननीय मंत्री महोदय ने भूमि की कमी के कारण किसानों के परिवारों में गौ पालन को लेकर उत्पन्न हो रहीं गंभीर चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था, जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण के लिए गायों की आवश्यकता को रेखांकित किया।
सम्मेलन में गौ के महत्व पर विशेष ज़ोर दिया गया, जिसे धार्मिक ही नहीं; बल्कि, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया। साथ ही शहरीकरण के बढ़ते प्रभाव से गायों के संरक्षण में आ रहीं बाधाओं के निराकरण हेतु उचित नीतिगत क़दम उठाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया!
इस राष्ट्रीय आयोजन में पद्मश्री, डॉ. भारत भूषण त्यागी; सीलमपुर, दिल्ली के विधायक, श्री ज़ुबैर चौधरी; पूर्व कलपति, प्रो. के.एम.एल. पाठक; यूपिटर अस्पताल के सी.ई.ओ., डॉ. अविनाश रुद्रप्रकाश; संस्कृत विद्वान, डॉ. कामदेव झा; जल कार्यकर्ता, सुश्री कामना झा; कवयित्री, सुश्री अनुभूति चतुर्वेदी; फ़िल्म निर्माता, श्री सुनील ट्याल; हीरा स्वीट्स के सी.ई.ओ., श्री महेश शर्मा; “कनैक्शन बिज़नेस अचीवर्स” के संपादक, श्री मुस्तफ़ा अहमद ख़ान तथा आगामी फ़िल्म - “दि अदर मदर - मथुरा फ़ाइल्स” के निर्देशक, श्री ओनेमो (मनदीप सिंह) समेत अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों और अतिथियों ने इस सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई।
साथ ही “मदर टेरेसा ऑफ़ काउज़” के नाम से मशहूर पद्मश्री, फ़्रेडरिके इरीना ब्रूनिंग ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई।
कार्यकारी निदेशक, श्रीमति गायत्री वशिष्ठ ने परिषद् के लक्ष्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि परिषद् “हर जिले में महर्षि गौशक्तिपीठ”, “हर गाँव में एक गौशाला”, “हर घर में एक गाय” और “एक क्यारी, गौ माता को हमारी” जैसे अभियानों के माध्यम से ग्रामीण पुनरुत्थान की दिशा में काम कर रही है।
माननीय मंत्री महोदय से इस कार्य में केंद्र सरकार से, विशेष रूप से युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से गौशाला प्रबंधन एवं पैरा-वेट प्रशिक्षण से जोड़ने हेतु पूर्ण सहयोग की अपील भी श्रीमति गायत्री वशिष्ठ ने की।
सम्मेलन में डॉ. कामदेव झा ने प्राचीन ग्रंथों में गाय के महत्व का उल्लेख किया, जबकि पद्मश्री, डॉ. भारत भूषण त्यागी ने जैविक खेती में गाय की भूमिका और पशु-मानव सह-अस्तित्व के सिद्धांत पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो. के.एम.एल. पाठक ने स्वदेशी गायों की नस्लों को आधुनिक आई.वी.एफ़. तकनीकों के माध्यम से संवर्धित करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. रमा भारती, राष्ट्रीय प्रमुख (परियोजना विकास), M.V.I.G.M.R.C. द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत कर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जनसमूह में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करने वाली वरिष्ठ पत्रकार, श्री ओम निशांत पवार द्वारा रचित भावपूर्ण “गौ महिमा” स्तुति से हुई।
इस प्रकार यह राष्ट्रीय सम्मेलन गौ सेवा और संरक्षण के क्षेत्र में जनभागीदारी को प्रेरित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
👇👇👇👇👇
श्रीनाथ दीक्षित, वरिष्ठ संवाददाता, दिल्ली
🙏👇👇👇👇👇👇👇👇👇 🙏
मेरा देश मेरा वतन समाचार
🙏 पत्र के🙏
संपादक श्री दयाशंकर गुुुप्ता जी
नोट........ 👉
🙏 दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आप सभी, यह आर्टिकल को अंत तक पढ़े होंगे एवं यह आर्टिकल आपको बेहद पसंद आया होगा, अगर लिखने में कोई त्रुटि हुई हो तो क्षमा करें इस के लिए हम आप को हमारे इस आर्टिकल को लाइक शेयर व कमेंट जरूर करेंगे ? 🙏 जनहित लोकहित के लिए धन्यवाद 🙏
Comments
Post a Comment