Skip to main content

भिवंडी में चैन स्नैचिंग (Chain Snatching) की वारदात सोने की चैन की बढ़ती घटनाओं के करण नागरिकों में भय का मौहल


 भिवंडी में चैन स्नैचिंग (Chain Snatching) की वारदात  सोने की चैन की बढ़ती घटनाओं के करण नागरिकों में भय का मौहल






भिवंडी : शहर के भदवाड़ गांव क्षेत्र के रहने वाले दिलीप गंगाराम पाटिल गुरुवार की सुबह 6.15 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीडांगन के सामने भदवाड़ से सोनाले साईनगर जा रहे थे. दिलीप पाटिल ने शांतिनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस प्रकार की चोरी से क्षेत्र के नागरिकों में भय का माहौल है।

 सोने की चैन,किमत 34 ग्रॅम वजन 78 हजार रुपये की चैन है और दिल दहला देने वाली बत हैं.

 

ऐसी खबरों को सुनकर इंसान के अंदर दहशत पैदा हो जाती है. इन दिनों भिवंडी शहर व दुनिया में बढ़ते आपराधिक मामलों के चलते जुर्म से जुड़ी अलग-अलग प्रकार की खबरें सामने आ रही हैं मगर हाल ही में एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे जानकर आप हैरान तो होंगे ही, 

दो चोर (Chain Snatcher) सोने की चैन (Gold Chain) की




ये पूरी घटना  (भदवड गांव भिवंडी शहर) की है.   में चेन स्नैचिंग (Chain Snatching) की वारदात को अंजाम देते थे. और पिता पुत्र दोनों रोड पर चल रहे थे घर के तरफ जा रहें थे तभी दिलीप पाटिल की चैन चोर झपट लेते है और मौके से फरार हो जाते हैं. हाल ही में इन दिनों भदवड गांव भिवंडी शहर   एक चोरी की वारदात हुई है और सोने की चैन किमत है

34 ग्रॅम वजन 78 हजार रुपये की चैन है  और सोने की चैन चुराई और वहां से भागने लगे. दिलिप पाटिल ने तभी शोर मचाया  और वह चोर के पिछे भागें लेकिन बाईक चारों का पिछा किया लेकिन वह फराहर हो गये दोनों चोर

      को पकड़ने की कोशिश की. बईक सवार चोर वहां से भाग निकले और पुलिस प्रशासन इन चोरों की तलाश कर रही है ?

               👇👇👇👇👇👇👇👇👇                                 मेरा देश मेरा वतन समाचार पत्र के                                संपादक श्री दयाशंकर गुुुप्ता जी  




Comments

Popular posts from this blog

हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीस नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन

 हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीस नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन दि ट्रस्ट फ़ॉर एडवांसमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेस (टास) द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् और सी.जी.आई.ए.आर. के इक्रीसैट (इंडिया), इंटरनैशनल मेज़ एंड व्हीट इंप्रूवमेंट सैंटर (सिमिट), मैक्सिको; इंटरनैशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट, फ़िलिपीन्स और इंडियन सोसाइटी ऑफ़ प्लान्ट जैनेटिक रिसोर्सेस जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ मिलकर हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीय एक नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन किया जा रहा है। यह संगोष्ठी राजधानी दिल्ली में पूसा कैंपस के एन.ए.एस.सी. कॉम्प्लैक्स में स्थित ए.पी. शिंदे सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) हॉल में 8 से 10 जनवरी - 2025 तक आयोजित की जा रही है। मुख्य अतिथि के रूप में माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के प्रिंसिपल सैक्रेट्री, डॉ. पी.के. मिश्रा ने इस संगोष्ठी का शुभारंभ किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के महानिदेशक, डॉ. हिमांशु पाठक के साथ प्रॉटेक्शन ऑफ़ प्लान्ट वैराइटीज़ एंड फ़ार्मर्...

30 सितंबर से 31 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दिया गया हैतक कर लें राशन कार्ड की E-KYC, वरना नहीं मिलेगा फ्री राशन ?

 महाराष्ट्र जिला ठाणे भिवंडी शहर में राशन कार्ड   E-KYC करवाले और व सभी राज्यों में भी नगरीकों E-KYC करें 30 सितंबर से  31 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दिया गया है तक कर लें राशन कार्ड की E-KYC, वरना नहीं मिलेगा फ्री राशन  अगर जिन्होंने राशन कार्ड में ई केवाईसी नहीं किया तो नाम डिलीट हो सकते हैं जल्द से जल्द अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर ई केवाईसी करवा ले अगर राशन कार्ड में ई केवाईसी नहीं करवाते हैं तो उसकी जवाबदारी खुद राशन कार्ड धारक होगा ?  घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई-केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई-केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर जिन लोगों के फिंगर प्रिंट या आई स्कैन नहीं हो पा रहे हैं उनके लिए अलग से कोई गाइडलाइन नहीं है. बच्चों के आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक नहीं हैं. उनकी भी ई-केवाईसी नहीं हो रही है. ओटीपी सिस्टम भी नहीं है. घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर  सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित उपभोक्ताओं के लि...

किरायेदार पुलिस सत्यापन: मकान मालिकों और किरायेदारों के लिए

किरायेदार पुलिस सत्यापन: मकान मालिकों और किरायेदारों के लिए                आवश्यक मार्गदर्शिका लगातार बढ़ती आबादी और आवास की कमी के कारण, यह स्वाभाविक है कि ज़्यादातर लोग घर खरीदने के बजाय किराए पर लेना ज़्यादा पसंद कर रहे हैं। सभी के लिए किराए पर लेना आसान बनाने के लिए, सरकार ने 2019 में मॉडल टेनेंसी एक्ट की शुरुआत की और इस एक्ट में, आप देखेंगे कि किराएदार का पुलिस सत्यापन एक बड़ी भूमिका निभाता है।  चूँकि भारत एक विकासशील देश है, इसलिए आम लोगों के बजट के भीतर लागत को बनाए रखना के कारण होने वाले तनाव को बढ़ाता है और रियल एस्टेट उद्योग पर दबाव काफी बढ़ गया है।  भारत में, जनसंख्या और शहरीकरण में वृद्धि के कारण, घर बनाने के लिए जगह कम हो गई है और अधिक इमारतें बन गई हैं। इससे किफायती घरों की कमी हो गई है। इस प्रकार, लोग अपार्टमेंट किराए पर देने की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसा करते समय, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि किराएदार का पुलिस सत्यापन पहले से ही हो चुका है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी किरायेदार पुलिस सत्यापन प्रक्रिया लागू ...