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*चीनी अनुरोध छोड़ें*

            *चीनी अनुरोध छोड़ें*


               डॉ। कहा जाता है

 कि लापरवाही के अलावा कैंसर से कोई नहीं मरेगा। *सबसे पहले चीनी का सेवन कम करें। यदि शरीर में चीनी नहीं है, तो कैंसर कोशिका स्वाभाविक रूप से मर जाती है।*

*भारत में पहली चीनी फैक्ट्री अंग्रेजों द्वारा वर्ष 1868 में शुरू की गई थी*।

"उससे पहले *भारतीय केवल शुद्ध देशी गुड़ ही खाते थे* और कभी बीमार नहीं पड़ते थे।"

*चीनी एक प्रकार का जहर है जो कई बीमारियों का कारण है। आइए देखें कि ऐसा कैसे होता है...*


(1) *चीनी बनाने की प्रक्रिया में सल्फर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। पटाखों में जो मसाला होता है वह है सल्फर.!*

(2) सल्फर एक बहुत भारी धातु है और *एक बार जब सल्फर शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो यह शरीर छोड़ता नहीं है।*

(3) चीनी कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है। *कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से होता है हार्ट अटैक.*

(4) चीनी शरीर का वजन अनियंत्रित रूप से बढ़ाती है और मोटापे का कारण बनती है।

(5) चीनी *रक्तचाप बढ़ाती है।*

(6) चीनी *स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण है।*

(7) चीनी में मिठास को आधुनिक चिकित्सा में सुक्रोज कहा जाता है। मनुष्य और जानवर दोनों ही सुक्रोज को पचा नहीं सकते।

(8) *चीनी निर्माण प्रक्रिया में तेईस हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जाता है।*

(9) चीनी *मधुमेह का एक प्रमुख कारण है।*

(10) चीनी *सीने में जलन का एक प्रमुख कारण है।*

(11) चीनी शरीर में *ट्राइग्लिसराइड* बढ़ाती है।

(12) शुगर *लकवा* या *लकवा* का एक मुख्य कारण है।

(13) *कृपया आज से ही जितना संभव हो सके बिना चीनी के गुड़ का प्रयोग शुरू करें।*

*चाहे आप कितने भी व्यस्त क्यों न हों, कृपया इसे पढ़ने के लिए समय निकालने के लिए धन्यवाद।*🙏🌹

*कृपया उपरोक्त उपयोगी जानकारी अपने परिचितों, मित्रों, रिश्तेदारों एवं अन्य समूहों सभी को भेजें।*🙏🇮🇳

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           देश मेरा वतन समाचार पत्र 


         संपादक श्री दयाशंकर गुुुप्ता जी 

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