Skip to main content

खाद्य सुरक्षा आवेदन : श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक श्रेणी में क्या लगाए, श्रमिक या ई-श्रम

 खाद्य सुरक्षा आवेदन : श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक श्रेणी में क्या लगाए, श्रमिक या ई-श्रम

खाद्य सुरक्षा योजना (Food Security Scheme) का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सरकारी राशन मुहैया कराना है, और इसके अंतर्गत देश भर के पात्र नागरिक फ्री राशन प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आप निर्माण श्रमिक (Construction Worker) श्रेणी के श्रमिक हैं और श्रम विभाग में पंजीकृत हैं, तो आपके लिए यह सवाल उठता है कि खाद्य सुरक्षा आवेदन के दौरान आपको “श्रमिक” या “ई-श्रम” (e-Shram) में से किस श्रेणी का चयन करना चाहिए।

इस लेख में हम आपको यह स्पष्ट करेंगे कि निर्माण श्रमिक श्रेणी में पंजीकरण करते समय आपको श्रमिक या ई-श्रम का चयन कब और क्यों करना चाहिए। साथ ही, हम आपको इस प्रक्रिया को समझाने के लिए जरूरी जानकारी देंगे।

निर्माण श्रमिक पंजीकरण क्या है?

निर्माण श्रमिक वह श्रमिक होते हैं जो निर्माण कार्य में संलग्न होते हैं, जैसे कि मज़दूरी, कंस्ट्रक्शन साइट पर काम, इमारत निर्माण आदि में लगे हुए लोग। ये श्रमिक श्रम विभाग के तहत पंजीकृत होते हैं और उन्हें कई सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त होता है, जैसे कि मुफ्त राशन, स्वास्थ्य बीमा, आर्थिक सहायता और अन्य लाभ।

श्रम विभाग में पंजीकरण और ई-श्रम कार्ड क्या है?

ई-श्रम कार्ड (e-Shram Card) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो श्रमिकों की पंजीकरण प्रक्रिया को डिजिटलीकरण करती है। इसके माध्यम से, अस्थिर रोजगार वाले श्रमिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है। ई-श्रम कार्ड श्रमिकों के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार करने का प्रयास है, जिसमें सभी श्रमिकों की जानकारी एकत्र की जाती है।

यदि आप निर्माण श्रमिक श्रेणी में आते हैं, तो आपको श्रम विभाग के तहत पंजीकरण कराना आवश्यक होता है ताकि आपको श्रमिकों के लिए जारी की गई योजनाओं का लाभ मिल सके। इस पंजीकरण के बाद, यदि आप ई-श्रम कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको राष्ट्रीय स्तर पर समान योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

खाद्य सुरक्षा योजना आवेदन में श्रमिक या ई-श्रम का चयन कैसे करें?

अब, सवाल यह है कि निर्माण श्रमिक पंजीकरण के दौरान श्रम विभाग में पंजीकरण और ई-श्रम कार्ड में से कौन सा चयन करें जब आप खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आवेदन कर रहे हैं।

श्रमिक का चयन:

निर्माण श्रमिक श्रेणी में यदि आप पारंपरिक श्रमिक हैं, जैसे कि निर्माण में लगे हुए मजदूर और श्रमिक, तो आपको श्रम विभाग के तहत पंजीकरण कराना होगा।

आपको अपने स्थानीय श्रम विभाग में जाकर पंजीकरण करवाना होता है।

पंजीकरण के बाद आप खाद्य सुरक्षा योजना में आवेदन करने के पात्र होते हैं और राशन प्राप्त कर सकते हैं।

ई-श्रम का चयन:

यदि आप अस्थिर रोजगार में काम करते हैं और आपके पास ई-श्रम कार्ड नहीं है, तो आपको ई-श्रम पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करना होगा।

ई-श्रम कार्ड आपके रोजगार की स्थिति को प्रमाणित करता है और इससे आपको न केवल खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ मिलता है, बल्कि आपको स्वास्थ्य बीमा और अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल सकता है।

ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए खाद्य सुरक्षा योजना के तहत अलग से लाभार्थियों का चयन किया जाता है, जिससे लाभ की प्रक्रिया तेज होती है।

श्रमिक या ई-श्रम में से चयन कब करें?

निर्माण श्रमिक श्रेणी में पंजीकरण के लिए आपको श्रम विभाग के पंजीकरण की आवश्यकता होगी यदि आप केवल निर्माण श्रमिक के रूप में पंजीकृत हैं।

यदि आप अस्थिर रोजगार में हैं और आपके पास ई-श्रम कार्ड है या आपको इसके लिए आवेदन करना है, तो आप ई-श्रम कार्ड का चयन करें। यह आपको और अधिक सरकारी योजनाओं में समायोजित करता है और आपको अधिक लाभ मिल सकता है।

अगर आप दोनों श्रेणियों में आते हैं, तो आपको ई-श्रम कार्ड को प्राथमिकता देना चाहिए क्योंकि इससे आपको व्यापक सरकारी लाभ मिलेगा और आपके डेटाबेस में भी आपके रोजगार की सही जानकारी होगी।

ई-श्रम कार्ड के फायदे

स्वास्थ्य बीमा: ई-श्रम कार्डधारकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा और पेंशन योजना का लाभ मिलता है।

सभी सरकारी योजनाओं तक पहुंच: ई-श्रम कार्ड धारक को सभी सरकारी योजनाओं का ऑनलाइन लाभ मिल सकता है, जिससे लाभ उठाने की प्रक्रिया सरल होती है।

आवेदन की प्रक्रिया सरल: एक बार ई-श्रम कार्ड बन जाने के बाद, आपको किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए बार-बार पंजीकरण नहीं करना पड़ता।

निष्कर्ष

खाद्य सुरक्षा योजना में आवेदन करने के लिए श्रमिक या ई-श्रम का चयन करना आपके रोजगार की स्थिति पर निर्भर करता है। अगर आप निर्माण श्रमिक के रूप में पंजीकृत हैं, तो श्रम विभाग का पंजीकरण आपके लिए उपयुक्त है। अगर आप अस्थिर श्रमिक हैं और ई-श्रम कार्ड के लिए पात्र हैं, तो ई-श्रम का चयन करें, क्योंकि इससे आपको अतिरिक्त लाभ मिल सकते हैं ? 

अब सभी ई-श्रम कार्ड धारकों का बनेगा राशन कार्ड जी हाँ दोस्तों अब सभी ई-श्रम कार्ड धारकों का राशन कार्ड बनाया जायेगा! सरकार के तरफ से जिसके लिए आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है! जिसमे जानकारी दी गई है! कि वह सभी ई-श्रम कार्ड धारक जिनका अभी तक राशन कार्ड नहीं बना है! 

🙏👇👇👇👇👇👇👇👇👇🙏

          मेरा देश मेरा वतन समाचार पत्र 


         संपादक श्री दयाशंकर गुुुप्ता जी


नोट........ 


दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आप सभी, यह आर्टिकल को अंत तक पढ़े होंगे एवं यह आर्टिकल आपको बेहद पसंद आया होगा, जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को लाइक शेयर व कमेंट जरूर करेंगे । 🙏 जनहित लोकहित के लिए धन्यवाद 🙏

Comments

Popular posts from this blog

30 सितंबर से 31 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दिया गया हैतक कर लें राशन कार्ड की E-KYC, वरना नहीं मिलेगा फ्री राशन ?

 महाराष्ट्र जिला ठाणे भिवंडी शहर में राशन कार्ड   E-KYC करवाले और व सभी राज्यों में भी नगरीकों E-KYC करें 30 सितंबर से  31 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दिया गया है तक कर लें राशन कार्ड की E-KYC, वरना नहीं मिलेगा फ्री राशन  अगर जिन्होंने राशन कार्ड में ई केवाईसी नहीं किया तो नाम डिलीट हो सकते हैं जल्द से जल्द अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर ई केवाईसी करवा ले अगर राशन कार्ड में ई केवाईसी नहीं करवाते हैं तो उसकी जवाबदारी खुद राशन कार्ड धारक होगा ?  घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई-केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई-केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर जिन लोगों के फिंगर प्रिंट या आई स्कैन नहीं हो पा रहे हैं उनके लिए अलग से कोई गाइडलाइन नहीं है. बच्चों के आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक नहीं हैं. उनकी भी ई-केवाईसी नहीं हो रही है. ओटीपी सिस्टम भी नहीं है. घर से दूर रहने वालों की नहीं हो रही है ई केवाईसी, अब परिवारों को राशन बंद होने का डर  सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित उपभोक्ताओं के लि...

हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीस नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन

 हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीस नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन दि ट्रस्ट फ़ॉर एडवांसमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेस (टास) द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् और सी.जी.आई.ए.आर. के इक्रीसैट (इंडिया), इंटरनैशनल मेज़ एंड व्हीट इंप्रूवमेंट सैंटर (सिमिट), मैक्सिको; इंटरनैशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट, फ़िलिपीन्स और इंडियन सोसाइटी ऑफ़ प्लान्ट जैनेटिक रिसोर्सेस जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ मिलकर हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीय एक नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन किया जा रहा है। यह संगोष्ठी राजधानी दिल्ली में पूसा कैंपस के एन.ए.एस.सी. कॉम्प्लैक्स में स्थित ए.पी. शिंदे सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) हॉल में 8 से 10 जनवरी - 2025 तक आयोजित की जा रही है। मुख्य अतिथि के रूप में माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के प्रिंसिपल सैक्रेट्री, डॉ. पी.के. मिश्रा ने इस संगोष्ठी का शुभारंभ किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के महानिदेशक, डॉ. हिमांशु पाठक के साथ प्रॉटेक्शन ऑफ़ प्लान्ट वैराइटीज़ एंड फ़ार्मर्...

बदल गए राशन कार्ड के सभी नियम, नए नियम जारी

 बदल गए राशन कार्ड के सभी नियम, नए नियम जारी  भारत सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों को समय-समय पर फ्री राशन प्रदान किया जाता है, लेकिन हाल ही में सरकार ने राशन वितरण के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अगर आप भी राशन कार्ड धारक हैं और फ्री राशन का लाभ उठाते हैं, तो यह बदलाव जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में सुधार के लिए यह बदलाव किए हैं, ताकि इस योजना को और अच्छा बनाया जा सके। नए नियमों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में जो बदलाव किए हैं, उसके अंतर्गत सभी उपभोक्ताओं को समय पर अपना राशन लेना अनिवार्य होगा। अब राशन कार्ड धारकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर ही अपना राशन प्राप्त करना होगा, अन्यथा वे उस महीने का राशन प्राप्त नहीं कर सकेंगे। यह एक महत्वपूर्ण निर्देश है जिसे केंद्र और राज्य सरकार ने लागू किया है। राशन वितरण में बदलाव पहले राशन उपभोक्ता कुछ महीने तक अपना राशन नहीं लेते थे और बाद में एक साथ दो या तीन महीने का राशन प्राप्त कर सकते थे। लेकिन नए नियमों के तहत यह संभव नहीं होगा। अब उपभोक्ताओं को हर महीने अपना निर्ध...