हनुमान मित्र मंडल, कचेरीपाड़ा,भिवंडी दि.05 डिसेंबर 2023

भिवंडी  शहर निजामपुरा  महानगरपालिका क्षेत्र में हनुमान मित्र मंडल, कचेरीपाड़ा,भिवंडी 

दि.05 डिसेंबर 2023


भिवंडी शहर...हनुमान मित्र मंडल, कचेरीपाड़ा,भिवंडी समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे  05 दिसम्बर 2023 को सायं 5:00 बजे हनुमान मंदिर  नवीनीकरण जीर्णोद्धार हेतु भूमिपूजन समारोह आयोजन संपन हुआ व सभी ग्रामवासी कार्यक्रम में उपस्थित होकर समारोह  को संपन्न किया समस्त ग्रामवासी,ने इस कार्यक्रम में उपस्थित थेअद्भुत हैं यहां स्थापित 

भगवान हनुमान  भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार श्री हनुमान इस कलियुग में सबसे जाग्रत और साक्षात देव माने जाते हैं। मान्यता के अनुसार कलियुग में हनुमानजी की भक्ति ही लोगों को दुख और संकट से बचाने में सक्षम है। श्री राम के परम भक्त व दूत हनुमान जी (Hanuman) की महिमा का कोई पार नहीं है। वे मंगलमूर्ति हैं और अपने भक्तों के सभी संकट हर लेते हैं।यहां तक की हनुमान जी के दर्शन मात्र से तक भक्तों की सभी तकलीफें दूर हो जाती हैं। यही वजह है कि हर गांव-शहर में हनुमान जी का मंदिर मिल जाते हैं। ऐसे में आज आपको पवन पुत्र व श्रीराम दूत हनुमान के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी स्थापना की कथा भी उतनी ही अद्भुत है, जितने अद्भुत हैं वहां स्थापित भगवान हनुमान  शिलान्यास सोमवार ता २०-१०-१९६९ को हुआ था 

     🙏🙏प्रथम बार शिलान्यास🙏🙏

 श्री. भीकू भागोजी माने

 श्री. एम. एल. वाणी

 श्री.व्ही. आर. तिकोने

 इं एस पांचाल

 एन. बी. पवार

 एम्.टी. माने

 ख़ी.  एस. बने

 दत्तात्रेय पाध्ये

 योगदानकर्ताओं के नाम:-श्रीमती. सुशीलाबाई राजाराम फड़तारें

कुमार हेमन्तकुमार लक्ष्मण वाणी श्रीमती मुक्ताबाई राामचन्द्र तिकोने पं. भा. सिलाबाई रामचन्द्र श्री. शंकर विष्णु भानुशाली कोने तुकाराम काशिनाथ गवसकर

श्रीमती। काशीबाई मलाया गनी

श्री। सरखाराम बंदू पांचाल रसिका लाल कैशवजी रायच रघुनाथ बरायण शेली रघुनाथ धोंडू भोई भास्कर नंदू इं केशर

श्री हनुमान प्रतिष्ठा रविवार ता. १९७०.  शान्ताराम महाराज


             🙏 उद्घाटनकर्ता 🙏

 हनुमान मित्र मंडल, कचेरीपाड़ा,भिवंडी




समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे 05 दिसम्बर 2023 को सायं 5:00 बजे हनुमान-"मंदिर जीर्णोद्धार हेतु भूमिपूजन समारोह आयोजन संपन हुआ

व सभी ग्रामवासी कार्यक्रम में उपस्थित होकर समारोह संपन्न हुआ समस्त ग्रामवासी,ने इस कार्यक्रम में उपस्थित थे

🙏🙏 दुबारा शिलान्यास🙏🙏

5 नवंबर 2023 नवीनीकरण के लिए भूमि पूजन किया गया है और मुख्य अतिथि के रूप में, उपस्थित  व नागरिक भी उपस्थित थे

       🌞 मुख्य अतिथि🌝 





































सुमित पाटील (नगरसेवक) के प्रतिनिधि गुणेश पाटिल

सुभाष माने, (समाज सेवक)

संतोष शेट्टी (नगरसेवक)

मनोज ठाकुर  (समाज सेवक) 

प्रसांत ला‌ड (नगरसेवक) 


साईनाथ पवार (समाज सेवक)

पुत्र विराज पवार 

  🙏 मुख्य अतिथि महिला🙏

वनिता शिंदे , संगीता नागपुरे, दीपाली माने , संगीता करंजकर ,व, सर्व महिला, उपस्थित थे

🙏ग्राम वासी व नागरिक, उपस्थित थे 🙏


निखिल माने, राजू नागपुरे, नितिन त्रिकोणे

 मोनिष माने , सुनील पवार,मनोज पाध्ये,( ब्राह्मण) 

किरण पवार,दीपक पवार संतोष गोंदणी  परमेश्वर वसेकर मंदार जोशी, उमेश नागपुरे अविनाश जाधव रोशन चंबवणे सतीश सालुंखे, पप्पू बरनवाल कचेरी पाड़ा क्षेत्र के सभी नगर वासी नागरिक  उपस्थित थे


    🙏हनुमान जी की कथा🙏

 कलयुग में इन 5 स्थानों पर उपस्थित हैं भगवान हनुमान, होंगे साक्षात दर्शन

1


शास्त्रों और वेदों में भगवान हनुमान को कलयुग का देवता बताया गया है. कहा जाता है कि जो भक्त सच्ची श्रद्धा से हनुमान जी की पूजा करेगा, उसे भगवान जरूर दर्शन देंगे. इसलिए इन्हें कलयुग का जीवित या जागृत देवता कहा गया है.

2

तुलसीदास जी ने भी कलयुग में भगवान हनुमान की मौजूदगी का जिक्र किया है. तुलसीदास जी को हनुमान जी की कृपा से ही भगवान राम और लक्ष्मण जी के दर्शन प्राप्त हुए थे. कहा जाता है कि आज कलयुग में भी इन 5 जगहों पर भगवान हनुमान मौजूद हैं.

3


गंधमादन पर्वत: इस पर्वत पर कलयुग में भगवान हनुमान का निवास है, इसके कई प्रमाण कई जगहों पर मिलते हैं. कहा जाता है कि कई साधु-संतों ने भी इसी स्थान पर तपस्या कर हनुमान जी के दर्शन प्राप्त किए. महर्षि कश्यप ने भी इसी पर्वत पर तपस्या की थी. यह पर्वत कैलाश पर्वत के उत्तर में स्थित है. भगवान राम से अमर होने का वरदान प्राप्त कर हनुमान जी ने इसी पर्वत को अपना निवास स्थान चुना.

4


किष्किंधा अंजनी पर्वत: इस पर्वत का उल्लेख रामायण में मिलता है. कर्णाटक के कोप्पल और बेल्लारी जिले के पास किष्किंधा क्षेत्र में इसी पर्वत पर माता अंजनी ने तपस्या की थी. भगवान राम और हनुमान जी की मुलाकात भी इसी पर्वत पर हुई थी. कहा जाता है कि कलयुग में भी इस पर्वत पर हनुमान जी निवास करते हैं.

5


रामायण पाठ: शास्त्रों में कहा गया है कि जहां भी रामायण का पाठ होगा, वहां किसी न किसी रूप में भगवान हनुमान जरूर उपस्थित रहेंगे. इसलिए कई बार ऐसा देखा जाता है कि जहां रामायण का पाठ होता है वहां वानर आ जाते हैं.

6


राम भक्त: भगवान हनुमान केवल अपने भक्तों नहीं बल्कि राम भक्त के मन में भी बसते हैं. 



रामायण में उल्लेख मिलता है कि, जब भगवान राम पृथ्वीलोक का परित्याग कर रहे थे तब उनके साथ भक्त हनुमान भी जाना चाहते थे. लेकिन राम जी ने कहा, जब कलयुग का समय आएगा और धर्म का खात्मा हो रहा होगा, तब जो राम भक्त होंगे तुम उनके दिलों में रहना. इसलिए राम भक्तों के दिलों में सदा हनुमान जी विराजित होते हैं. ? 

 जय श्री राम जय हनुमान, जय सीताराम राम राम

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           देश मेरा वतन समाचार पत्र 


         संपादक श्री दयाशंकर गुुुप्ता जी 


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