कल्याण शहर 38 फ कल्याण शहर में राशन दुकानदार कर राहा मनमानी कर बार और राशन कार्ड धारक को कर रहे हैं परेशान
कल्याण शहर में गरीब मजदूर का शहर है जो यहाँ अपने परिवार का पालन पोषन करने के लिए मजदूरी करते है
लोोग और कल्याण शहर के क्षेत्र कल्याण में 38 फ कल्याण कार्यालय के क्षेत्र में दुकान न 38 फ 151 इन दूकान मालिक और इस दुकान को चलाने वाले और दुकानदार ये लोग अपनी मनमानी तरीके से दुकान चलाते और दुकान में जैसा चाहे वैसा मनमानी तरीके से कर बार चलाते है और दुकानदार भ्रष्टाचार कर रहा है और राशन दुकानदार राशन कार्ड धारकों को राशन भी कम देता है और पूछने पर कहेता है जो सरकार देती हैं मशिन मे राशन आता है हम वही देते लेना है लो नही मत लोक 10 किलो गेहूँ 5 किलो चावल 10 रूपये भाव से मिलता हैं और आप को इतना ही मिलेगा लेना हैं लो या मत लो इतना हि मिलेगा और पुछाने पर कहेता आप को कहाँ जना है जाव हमारा कोइ कुछ भी नहीं कर सकता है कार्ड धारक चुप चाप वापस चले आता है और इस राशन कार्ड परिवार के नाम का राशन निकाल कर ले लेते हैं
और राशन कम देते राशन कार्ड धारक को पुरा राशन नहीं दिया जाता है और बोलने पर दुकानदार झगड़ा करके भागा देते हैं और इसी तरहा से राशन कार्ड धारक चुप चाप वापस चले अता है आधिकारी क्या इस भ्रष्टाचार को रकने का अधिकार नही है या फिर आधिकारी मिले हुए हैं य राशन दुकानदार को इनको अपनी मनमानी तरीके से चलाने को दिया है अपनी मनमानी करते रहेते है राशन कार्ड धारक असे ही परेशान रहेंगे क्या भारत सरकार श्रीमान महा महिम राष्टपती जी और श्रीमान प्रधान मंत्री जी और महाराष्ट्र सरकार श्रीमान उध्दव ठाकरे जी श्रीमान अन्न पुरावठा मंत्री जी को पता नहीं है कल्याण शहर में गरीब मजदूर और आम नागरिक के साथ अयेशा परेशन कर रहे है राशन दुकानदार अपना मनमानी करता रहेगा क्या सरकार आँख बंद कर के देखती रहेगी दुकानदार
आयेशे भ्रष्टाचार करते रहेगा और सरकार चाहे तो इस भ्रष्टाचार को रोके और उन राशन दुकानदार सकत से सकत काररवाई करे और अम नागरिक को न्याय दे लोक हित के लिए धन्यवाद जय हिंद जय भारत मेरा देश मेरा वतन समाचार पत्र के संपादक श्री दयाशंकर गुप्ता जी की कलम से।
लोोग और कल्याण शहर के क्षेत्र कल्याण में 38 फ कल्याण कार्यालय के क्षेत्र में दुकान न 38 फ 151 इन दूकान मालिक और इस दुकान को चलाने वाले और दुकानदार ये लोग अपनी मनमानी तरीके से दुकान चलाते और दुकान में जैसा चाहे वैसा मनमानी तरीके से कर बार चलाते है और दुकानदार भ्रष्टाचार कर रहा है और राशन दुकानदार राशन कार्ड धारकों को राशन भी कम देता है और पूछने पर कहेता है जो सरकार देती हैं मशिन मे राशन आता है हम वही देते लेना है लो नही मत लोक 10 किलो गेहूँ 5 किलो चावल 10 रूपये भाव से मिलता हैं और आप को इतना ही मिलेगा लेना हैं लो या मत लो इतना हि मिलेगा और पुछाने पर कहेता आप को कहाँ जना है जाव हमारा कोइ कुछ भी नहीं कर सकता है कार्ड धारक चुप चाप वापस चले आता है और इस राशन कार्ड परिवार के नाम का राशन निकाल कर ले लेते हैं
और राशन कम देते राशन कार्ड धारक को पुरा राशन नहीं दिया जाता है और बोलने पर दुकानदार झगड़ा करके भागा देते हैं और इसी तरहा से राशन कार्ड धारक चुप चाप वापस चले अता है आधिकारी क्या इस भ्रष्टाचार को रकने का अधिकार नही है या फिर आधिकारी मिले हुए हैं य राशन दुकानदार को इनको अपनी मनमानी तरीके से चलाने को दिया है अपनी मनमानी करते रहेते है राशन कार्ड धारक असे ही परेशान रहेंगे क्या भारत सरकार श्रीमान महा महिम राष्टपती जी और श्रीमान प्रधान मंत्री जी और महाराष्ट्र सरकार श्रीमान उध्दव ठाकरे जी श्रीमान अन्न पुरावठा मंत्री जी को पता नहीं है कल्याण शहर में गरीब मजदूर और आम नागरिक के साथ अयेशा परेशन कर रहे है राशन दुकानदार अपना मनमानी करता रहेगा क्या सरकार आँख बंद कर के देखती रहेगी दुकानदार
आयेशे भ्रष्टाचार करते रहेगा और सरकार चाहे तो इस भ्रष्टाचार को रोके और उन राशन दुकानदार सकत से सकत काररवाई करे और अम नागरिक को न्याय दे लोक हित के लिए धन्यवाद जय हिंद जय भारत मेरा देश मेरा वतन समाचार पत्र के संपादक श्री दयाशंकर गुप्ता जी की कलम से।
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